मंगलवार, 21 सितंबर 2010
दूसरे दिन सुबह पता चला तो सुख हुआ
रात को
कुत्तों ने भौंक - भौंक कर नींद ख़राब कर दी,
इस से भलेमानसों को दुःख हुआ
लेकिन
उस भौंकने से आये हुए चोर भाग गये,
ऐसा दूसरे दिन सुबह पता चला तो सुख हुआ
- विनोबा भावे
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हास्यकवि अलबेला खत्री
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