शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009

क्योंकि उसका अपना दिल है ....




सुनो !

सुनो !

सुनो !

अपने दिल की धड़कन सुनो !



गुनो !

गुनो !

गुनो !

अपने अस्तित्व का स्वर गुनो !



चुनो !

चुनो !

चुनो !

अपने मन का मार्ग चुनो !



स्वतन्त्र हो तुम

सुनने के लिए

गुनने के लिए

चुनने के लिए



लेकिन ख़बरदार !

ये स्वतंत्रता केवल तुम्हारी ही बपौती नहीं है

ये सम्पदा सांझी है किसी इक की होती नहीं है

इसलिए

औरों को भी चुनने देना उनकी मर्ज़ी के मार्ग

बाधक मत बनना



क्योंकि उसका अपना दिल है

उसका अपना अस्तित्व है

और उसका अपना मन है





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